सोने के आभूषण और कलाकृतियों की अनिवार्य हॉलमार्किंग का दूसरा चरण इस साल एक जून से शुरू होगा.
ज्यादातर कंज्यूमर्स गोल्ड ज्वैलरी की एक छोटी सी मात्रा खरीदने के लिए अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा खर्च करते हैं.
Gold: सोना बेचते समय कोशिश करनी चाहिए कि जहां से खरीदा है, वहीं बेचा भी जाए. इससे असुविधाओं से भी बचा जा सकेगा.
Hallmarking: की समय सीमा बढ़ाकर 15 जून कर दी है. उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया है.
मौजूदा कोविड संकट और देश में gold hallmarking के कम केंद्र होने से कारोबारी इस नियम को फिलहाल टालने की मांग कर रहे हैं.
Discount: राष्ट्रीय से लेकर स्थानीय स्तर पर आभूषण कंपनियां छूट और अन्य लाभ दे रही हैं. ऑनलाइन खरीदने पर भी कंपनियां डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं
Hallmarking: एक जून से सिर्फ हॉलमार्किंग वाले गहने बिका करेंगे. लेकिन बहुत लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि पुराने आभूषणों का क्या होगा.
Gold Hallmarking: एक जून से सोने के आभूषणों पर हॉलमार्क की अनिवार्यता कर दी है. केवल 14, 18 और 22 कैरेट सोने के आभूषण बेचने की अनुमति होगी.
लॉकडाउन के दौरान खराब दौर से गुजरे ज्वेलरी रिटेल चेन ज्वैलरी कंपनी कल्याण ज्वेलर्स अब मार्केट में दोबारा धमाकेदार वापसी को तैयार है.